यूपी बोर्ड Pariksha 2022: इंटरमीडिएट फिजिक्स के कठिन पेपर ने छात्राओं को किया परेशान


आज वह समय आ गया है जब लड़कियां लड़कों से पीछे नहीं हैं। लड़कियां घर के कामकाज के साथ ही पढ़ाई में कठिन परिश्रम कर लड़कों से आगे निकल गई हैं। बच्चियां लगभग हर क्षेत्र में अपने कठिन परिश्रम का लोहा मनवा रही हैं। आज लड़कियां पढ़ लिख कर रेलवे ड्राइवर, पायलट और सेना में अहम भूमिका निभा रही हैं। विगत 2 वर्षों से कोरोना महामारी के चलते स्कूल कॉलेज बंद होने से छात्र-छात्राओं का भविष्य अंधकार में डूब गया है। मेधावी छात्र-छत्राओं की मनसा पर स्कूल कॉलेज बंद होने से पानी फिर गया है। दूसरी तरफ यूपी बोर्ड की परीक्षा में आए कठिन पेपर ने और भी विचलित कर दिया है। पढ़ाई न होने के कारण और परीक्षा में सख्ती के साथ कठिन पेपर आने के कारण काफी बच्चों ने पहले ही परीक्षा छोड़ दी है।

गुरुवार को लखनऊ के राजकीय बालिका इंटर कॉलेज शाहमीना रोड लखनऊ में फिजिक्स की परीक्षा देकर लौटी मेधावी छात्राओं में से कुछ छात्राओं के हाई स्कूल में 80 फीसद से ज्यादा नंबर आए थे।  मेधावी छात्र छत्राओं ने  अपना दुखड़ा किसान सब कुछ समाचार पत्र के संवाददाता को बताया कि हम लोगों ने जितना पढ़ा था वह भी परीक्षा में नहीं आया है। वैसे तो 2 साल स्कूल कॉलेज कोरोना के चलते बंद कर रहे हैं इसके बावजूद भी हम लोगों ने स्वता अध्ययन कर परीक्षा देने गए लेकिन जितना पढ़ा था उसमें से बहुत ही कम प्रश्न पूछे गए हैं जिससे हम लोगों के सामने विकराल समस्या खड़ी हो गई 

इन मेधावी छात्राओं का गुरुजनों से निवेदन है कि हम लोगों की पढ़ाई का ध्यान रखते हुए कॉपी जांचने में संख्ती न करें जिससे हम लोगों का भविष्य अंधकार में डूबने से बचा जाए।


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