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| दिल्ली के जहांगीरपुरी में तैनात पुलिस बल |
हिंदू धर्म और सनातन परंपरा के अनुसार जब कोई व्यक्ति गुरु मंत्र लेता है तो उसके गुरुजी कान में धीरे से गुरु मंत्र देते हैं कि यह मंत्र सिर्फ वही सुन पाए जो गुरुमंत्र लेना चाहता है। हम दूसरे धर्मों की तरह जोर जोर से चिल्लाने और लाउडस्पीकर लगाकर चिल्लाने में विश्वास नहीं रखते। रामचरितमानस में चौपाई है कि बिनु पग चलै सुनै बिनु काना। बिनु कर कर्म करें विधि नाना।। अर्थात हम ऐसे ईश्वर की पूजा करते हैं जो बिना पैरों के चलते है, बिना कानों के सुनते हैं और बिना हाथों के नाना प्रकार के कार्य करते हैं।
धर्म शास्त्रों के अनुसार ईश्वर गूंगा, बहरा नहीं है। माता गौरी ने सीता जी को आशीर्वाद दिया था कि मन जाहि राचो मिलाई सो वर सहज सुंदर सांवरो अर्थात तुम्हारी जो मनोकामना हो वह पूर्ण हो। अर्थात देवी देवता आस्थावान भक्तों के मन की बात समझ लेते हैं। इसलिए हमें अपनी बात ईश्वर तक पहुंचाने के लिए लाउडस्पीकर की जरूरत नहीं है। रामचरितमानस में यह भी कहा गया है कि निर्मल मन जन सो मोहि पावा। मोहि कपट छल छिद्र न भावा।। आप हमारी भक्ति वही भक्त पा सकता है जिसका मन निर्मल हो छल कपट से दूर हो। शरीर हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई जैन बहुत आधे हो सकते हैं लेकिन आत्मा और शरीर में बहने वाला रक्त सबका एक जैसा ही होता है।
कहा गया है कि शरीर नश्वर होता है लेकिन आत्मा अजर अमर होती है। रामचरितमानस में कहा गया है कि क्षिति जल पावक गगन समीरा पंच रचित यह अधम शरीरा। अर्थात पांच तत्वों से मिलकर इस शरीर की रचना होती है और जब आत्मा शरीर को छोड़ती है तो पांचों तत्व अपनी अपनी जगह है चले जाते हैं। उस समय ना कोई अपना होता है ना कोई पराया ना कोई हिंदू होता है न कोई मुसलमान, न कोई सिकख होता है न कोई बौद्ध सबमे वही परमपिता परमात्मा का अंश विद्यमान होता है।
दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जन्मोत्सव पर हुई हिंसा मामले की जांच में पता चला है कि पुलिस की अनुमति के बगैर शोभायात्रा निकाली गई थी। सोमवार को पुलिस ने शोभा यत्रा के आयोजकों के विरुद्ध सरकारी आदेश के उल्लंघन का मामला दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार एक आयोजक जांच में शामिल हुआ है और उससे गहनता से पूछताछ कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस उपायुक्त उषा रंगनानी ने बताया कि पुलिस इलाके में सुबह और दोपहर में दो शोभा यात्राओं की अनुमति दी थी लेकिन जिस शोभायात्रा पर पथराव हुआ है उसे अनुमति नहीं दी गई थी उन्होंने कहा कि शोभायात्रा के दौरान शांति बनाए रखने के लिए पुलिस बल को मुस्तैद किया गया था और पुलिस की मौजूदगी की वजह से ही हालात को जल्द नियंत्रित कर लिया गया।
उधर रामनवमी और हनुमान जन्मोत्सव पर देश के विभिन्न हिस्सों में हुई हिंसा के बीच महाराष्ट्र के अमरावती और मुंबई के गोरेगांव में भी हिंसक झड़पें हुई हैं। वहीं गुजरात के वडोदरा शहर में दो समुदायों के बीच झड़प के बाद भीड़ ने एक धार्मिक स्थल और कई वाहनों को नुकसान पहुंचाया।
अमरावती के प्रवेश द्वार पर भगवा झंडा लगाने को लेकर हिंसा भड़की। जिसमें दो पुलिसकर्मी समेत कई लोग घायल हुए हैं। रविवार आधी रात को हुई घटना के बाद एफआईआर दर्ज कर दोनों समूहों के 22 लोगों को हिरासत में लिया गया है। अमरावती के अचलपुर परतवाडा और कांधली समेत प्रभावित क्षेत्रों में धारा 144 लागू की गई है। वहीं मुंबई के गोरेगांव में आरे कॉलोनी के गौतम नगर में शिव मंदिर से निकाली गई कलश यात्रा के दौरान दो समुदायों के बीच झड़प के बाद पथराव हुआ। यह घटना रविवार को रात में हुई जिसमें 10 लोग जख्मी हुए 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

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